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राँची, 12 मई, 2023: टाटा ट्रस्ट्स द्वारा स्थापित राँची कैंसर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर (आरसीएचआरसी) का उद्घाटन आज झारखंड सरकार के मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन ने स्वास्थ्य मंत्री श्री बन्ना गुप्ता, झारखंड सरकार; श्री नोएल टाटा, ट्रस्टी, टाटा ट्रस्ट्स, और वाइस चेयरमैन, टाटा स्टील; श्री सिद्धार्थ शर्मा, सीईओ, टाटा ट्रस्ट्स; श्री टी. वी. नरेंद्रन, एमडी एवं सीईओ, टाटा स्टील सहित टाटा ट्रस्ट्स और टाटा स्टील के अन्य वरिष्ठ प्रतिनिधियों के साथ-साथ झारखंड सरकार के अधिकारियों की उपस्थिति में किया। अस्पताल का संचालन टाटा कैंसर केयर फाउंडेशन (टीसीसीएफ) के तत्वावधान में किया जाएगा, जो तिरुपति में एक अस्पताल और मुंबई में एक ऑन्को-पैथोलॉजी लैब भी संचालित करता है।
टीसीसीएफ के माध्यम से कार्यान्वित किए जा रहे टाटा ट्रस्ट्स के 'डिस्ट्रीब्यूटेड कैंसर केयर मॉडल' का मुख्य उद्देश्य रोगियों के लिए विश्व स्तरीय कैंसर उपचार को सुलभ और किफायती बनाना है। टाटा ट्रस्ट्स, 2017 से, छह राज्यों - आंध्र प्रदेश, असम, झारखंड, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और कर्नाटक में कैंसर सुविधाओं का विकास और उन्नयन कर रहा है।
आरसीएचआरसी अत्याधुनिक तकनीकों, अच्छी तरह से सुसज्जित प्रयोगशाला और उच्चस्तरीय सीटी और एमआरआई स्कैनर्स, डिजिटल मैमोग्राफी मशीनों के साथ-साथ एडवांस्ड लिनियर एक्सीलरेटर और ब्रैकीथेरेपी मशीनों सहित डायग्नोस्टिक्स उपकरण को रेडियोथेरेपी के संचालन को नियोजित करता है। सेवाएं प्रदान करने के लिए चिकित्सा विशेषज्ञों की एक प्रशिक्षित टीम को शामिल किया गया है। आरसीएचआरसी राज्य और उसके आसपास के मरीजों के लिए 82 बेड्स की सुविधा प्रदान करेगा।
इस अवसर पर अपने संबोधन में, श्री नोएल टाटा ने कहा, "टाटा ट्रस्ट्स बीमारी के निदान से पहले उपचार के माध्यम से समग्र स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने की दिशा में काम कर रहा है। इस उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए, हमारी टीमें जागरूकता पैदा करने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के साथ काम कर रही हैं, और कैंसर का जल्द पता लगाने के लिए स्क्रीनिंग भी कर रही हैं। हमारी प्रतिबद्ध स्वास्थ्य सेवा टीमों के समर्थन के साथ, हम यह सुनिश्चित करने की दिशा में काम करते हैं कि स्क्रीनिंग के दौरान चिन्हित कैंसर के संभावित मामलों का निदान, उपचार और ठीक होने के बाद की स्थिति की निगरानी की जाती हो, जिससे स्वास्थ्य सेवा की निरंतरता सुनिश्चित की जा सके। हमारा उद्देश्य क्षेत्र के कैंसर बोझ को कम करने में मदद करना और देर से निदान के अनुपात को बदलना है।"
टाटा स्टील, टाटा कैपिटल, वोल्टास, टाटा कम्युनिकेशंस और एक्ज़िम बैंक सहित कई संगठनों ने आरसीएचआरसी की स्थापना में टाटा ट्रस्ट्स के साथ सहयोग किया है। फाइजर ने टाटा कैंसर केयर फाउंडेशन की आउटरीच गतिविधियों में योगदान दिया है।
टाटा ट्रस्ट्स के बारे में:
1892 में अपनी स्थापना के बाद से, भारत का सबसे पुराना परोपकारी संगठन, टाटा ट्रस्ट्स ने उन समुदायों के जीवन में एक स्थायी बदलाव लाने में अग्रणी भूमिका निभाई है, जिनको वह सेवा प्रदान करता है। संस्थापक जमशेदजी टाटा के सिद्धांतों और सक्रिय परोपकार की दूरदृष्टि से निर्देशित, ट्रस्ट का उद्देश्य स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, पानी और स्वच्छता, आजीविका, डिजिटल रूपांतरण, प्रवासन और शहरी आवास, सामाजिक न्याय और समावेशन, पर्यावरण और ऊर्जा, कौशल विकास, खेल और कला एवं संस्कृति के क्षेत्रों में विकास को उत्प्रेरित करना है। ट्रस्ट के कार्यक्रम, जो प्रत्यक्ष कार्यान्वयन, साझेदारी और अनुदान-निर्माण के माध्यम से हासिल किए गए हैं, देश के लिए प्रासंगिक नवाचार से प्रेरित है।
टाटा कैंसर केयर फाउंडेशन के बारे में
टाटा कैंसर केयर फाउंडेशन (जिसे पहले अलमेलु चैरिटेबल फाउंडेशन के नाम से जाना जाता था) की स्थापना टाटा ट्रस्ट्स द्वारा भारत में कैंसर की देखभाल को अधिक आसानी से सुलभ और किफायती बनाने के लिए की गई थी। टाटा कैंसर केयर फाउंडेशन कैंसर रोगियों और उनके परिवारों को उनके घरों के करीब गुणवत्तापूर्ण और किफायती देखभाल सुनिश्चित करने के लिए टाटा ट्रस्ट्स द्वारा विकसित 'डिस्ट्रीब्यूटेड कैंसर केयर मॉडल' के चार स्तंभों को लागू कर रहा है। संगठन ने 2017 से, राज्य सरकारों और समान विचारधारा वाले संगठनों के साथ सहयोग के माध्यम से छह राज्यों- आंध्र प्रदेश, असम, झारखंड, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और कर्नाटक में 20 से अधिक सुविधाओं का विकास कर रहा है। संगठन बीमारी का जल्द पता लगाने में मदद करके और पैलेटिव केयर के माध्यम से कैंसर रोगियों और उनके परिवारों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार, जांच और जागरूकता पर ध्यान केंद्रित करके कैंसर के बोझ को कम करने में मदद करने के लिए भी प्रतिबद्ध है।
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